देहरादून: रिस्पना पुल और कारगी चौक से मकानों पर निशान लगाने का काम आज से शुरू होना था, लेकिन किसी कारणवश इसकी शुरुआत नहीं हो पाई. अब कल सुबह से निशान लगने शुरू हो जाएंगे. वहीं, निशान लगने के बाद देहरादून एलिवेटेड रोड परियोजना की जद में आने वाले ढाई हजार से ज्यादा मकान प्रभावित होंगे.
देहरादून में 61 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट देगा ट्रैफिक से निजात: देहरादून शहर में आगामी 2050 तक के लिए ट्रैफिक व्यवस्था से निजात पाने के उद्देश्य से दो एलिवेटेड फोरलेन सड़कों का निर्माण शुरू होने जा रहा है. देहरादून शहर के बीचों-बीच यह दोनों एलिवेटेड सड़क रिस्पना और बिंदाल नदी पर बनने जा रहे हैं.
बिंदाल नदी पर यह एलिवेटेड फ्लाईओवर कारगी चौक से शुरू होकर मैक्स हॉस्पिटल तक 15 किलोमीटर का होगा. जबकि, रिस्पना नदी पर यह विधानसभा के पास रिस्पना पुल से शुरू होकर आईटी पार्क नागल ब्रिज तक 11 किलोमीटर का बनेगा.
इस प्रोजेक्ट के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर दी गई है. अब निर्माण कार्य करने से पहले भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. इससे पहले सोशल इंपैक्ट असेसमेंट करवाया गया था. इसके अलावा भूमि के सत्यापन के लिए आज से टीमों को ग्राउंड में भेज दिया गया है.
वहीं, इसके अलावा निर्माण कार्य की जद में आने वाले सभी सरकारी विभागों की संपत्तियों को लेकर संबंधित विभागों को मार्ग से अपनी बिजली के खंभों और अन्य संपत्ति आदि को हटाने के निर्देश दिए जा चुके हैं.
रिस्पना और बिंदाल से शुरू होगा मकान पर निशान लगना: अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की दो टीमें भूमि के सत्यापन के काम में लगाई गई है, जो कि रिस्पना नदी पर बनने वाले एलिवेटेड रोड के लिए रिस्पना पुल और बिंदाल नदी पर बनने वाली सड़क के लिए कारगी चौक से अपना काम शुरू कर रही हैं.
प्रोजेक्ट की जद में आने वाले 2,614 मकान प्रभावित होंगे: उन्होंने बताया कि रिस्पना नदी पर 11 मोहल्ले प्रभावित हो रहे हैं तो वहीं बिंदाल नदी पर 16 मोहल्ले प्रभावित हो रहे हैं. जिनमें से कच्चे पक्के मकान की बात करें तो 1,120 मकान रिस्पना और 1,494 मकान बिंदाल नदी पर इस प्रोजेक्ट के जद में आएंगे.
इस तरह से इस पूरे प्रोजेक्ट के तहत 2,614 मकान प्रभावित होंगे. हालांकि, सत्यापन करने गई टीम से जब हमने संपर्क किया तो लोक निर्माण विभाग की टीम ने बताया कि आज किसी कारणवश सत्यापन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. कल से रिस्पना पुल और कारगी चौक से सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
61 हजार करोड़ की रोड पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी गाड़ियां: देहरादून अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि रिस्पना और बिंदाल नदी पर सिंगल पिलर के ऊपर बनने वाली इस फोरलेन रोड पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत रफ्तार रहेगी.
उन्होंने बताया कि रिस्पना पुल से होकर आईटी पार्क नागल ब्रिज तक बनने वाली 11 किलोमीटर की इस एलिवेटेड रोड पर जो कि चूना भट्टा सहस्त्रधारा क्रॉसिंग के पास और धोरनपुर आईटी पार्क में 2 जंक्शन दिए जाएंगे.
वहीं, बिंदाल नदी पर कारगी चौक से ओल्ड मसूरी रोड साईं मंदिर के पास तक बनने वाले 15 किलोमीटर के इस एलिवेटेड रोड पर 3 जगह पर जंक्शन दिए जाएंगे, जो कि लाल पुल चकराता रोड और विजय कॉलोनी न्यू कैंट में दिए जाएंगे.
आगामी 2051 तक मिलेगी राहत: देहरादून लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि देहरादून शहर के बीचों-बीच बनने जा रहे इन दो एलिवेटेड सड़कों को लेकर तकरीबन 2050 तक के ट्रैफिक दबाव को देखते हुए स्टडी की गई है.
रिस्पना नदी पर बनने वाले एलिवेटेड रोड पर 9.5 हजार पीसीयू यानी पैसेंजर कार यूनिट (PCU) और बिंदाल नदी पर बनने वाले एलिवेटेड रोड पर करीब 11 हजार पीसीयू ट्रैफिक डायवर्ट होगा. जो कि आगामी 2051 तक शहर को ट्रैफिक से राहत दिलवाएगा.
इन मोहल्लों का होगा जमीन अधिग्रहण: वहीं, इस प्रोजेक्ट के लिए बिंदाल नदी के आसपास मौजूद 16 मोहल्ले में करगी ग्रांट, ब्राह्मण वाला, देहराखास, निरंजनपुर, कांवली, चुक्खूवाला, डोभालवाला, हाथीबड़कला, विजयपुर, जाखन, विजयपुर जोहड़ी, मालसी, किशनपुर और ढाकपट्टी में जमीनों का अधिग्रहण होगा.
जहां पर 560 कच्चे और 334 पक्के मकान इसकी जद में आएंगे तो वहीं रिस्पना नदी पर मौजूद तकरीबन 11 मोहल्लों में अजबपुर, राजीव नगर, धरमपुर, डालनवाला, कंडोली, कैनाल रोड, जाखन, देहरा खास, नागल और धाकपट्टी में भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें 399 कच्चे और 771 पक्के मकान जद में आएंगे.