रूड़की: हरिद्वार जनपद में भगवानपुर थाना पुलिस को बड़ी सफलता लगी है, दरअसल पुलिस के जाल में पाँच नटवरलाल फँस गए हैं, पुलिस ने फर्जी कागजात बनाकर जमीन की धोखाधड़ी करने के आरोप में पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, आरोपी आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर नाम और पता बदल कर रजिस्ट्री के दौरान जमीन के फर्जी मालिकों को खड़ा कर धोखाधड़ी करते थे।
बता दें कि बीती 8 सितम्बर को भगवानपुर थाना क्षेत्र के खेड़ी शिकोहपुर गांव निवासी बालेश्वर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि राहुल और मुकेश नाम के युवकों ने जमीन दिलाने के नाम पर उनसे साढ़े तीन लाख रुपये की धनराशि धोखाधडी से हड़प ली है, तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जाँच पड़तात शुरू कर दी थी, वहीं पुलिस टीम ने थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से दोनों आरोपी राहुल कुमार पुत्र महिपाल निवासी डाडापट्टी और मुकेश पुत्र बलजीत सिंह निवासी उपरोक्त को हिरासत में लिया गया, पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से की गई पूछताछ के दौरान तीन अन्य लोगों सुखविंदर उर्फ पंडत पुत्र सुंदर, अंकित पुत्र सुन्दर, जितेन्द्र पुत्र बलजीत के नाम भी सामने आए, जिसके बाद पुलिस टीम ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया, तीनों आरोपी ज्वालापुर के कडच्छ बड़ा रविदास मंदिर के पास के निवासी हैं।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि आरोपी राहुल कुमार और मुकेश ने शिकायतकर्ता बालेश्वर को पूर्व में सुभाष की ग्राम खेडी में लगभग 3.50 बीघा जमीन बेची गई थी, जिसमें हमें ठीक ठाक मुनाफा हुआ था और बालेश्र्वर द्वारा इन्हें और जमीन बेचने के लिये कहा गया था, वहीं जिस खाते और खसरे नम्बर की जमीन आरोपियों द्वारा बालेश्र्वर को बेची गई थी उसी खाते और खसरे में 3.50 बीघा जमीन ज्ञानो व उसके लडकों के नाम पर थी जो आरोपियों के रिश्तेदार हैं, वहीं मुनाफा कमाने के लिए जब आरोपियों ने ज्ञानो और उसके लड़कों को जमीन बेचने के लिए कहा गया, जिस पर जमीन मालिकों ने जमीन बेचने से मना कर दिया, वहीं हाथ से मुनाफा फिसलता देख आरोपियों ने नकली भू-स्वामी बनाने का निर्णय लेते हुए मुकेश ने अपने रिश्तेदार जितेन्द्र पेंटर से सम्पर्क किया और भू-स्वामी एवं उसके बेटों के स्थान पर फर्जी आदमी लाने का काम दिया गया, इस दौरान आरोपियों ने वादी और उसके पार्टनर अफजल से 3.50 बीघा जमीन बेचने का सौदा 3,50,000.00 रु0 में तय किया, जिस पर अफजाल द्वारा अलग-अलग बार में कुल एक लाख रुपये (50,000.00 रु0, 10,000.00 रु0 व 40,000.00 रु0) यूपीआई आईडी के माध्यम से राहुल के खाते में डाले गए और शेष 2,50,000.00 रु0 नगद दिए गए, वहीं रजिस्ट्री के दिन जितेन्द्र पेंटर अपने साथ सुखविन्द्र उर्फ पंडत, अंकित, जितेन्द्र, महफूज और एक महिला को लेकर आया, इसके बाद क्रमशः सुखविन्द्र उर्फ पंडत, अंकित व महिला के आधार कार्ड को स्कैनर के माध्यम से एडिटिंग करवाकर इनके नाम से क्रमशः रोहित कुमार, सुनील कुमार व ज्ञानो निवासी डाडापट्टी अंकित किए गए और बालेश्र्वर के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री की गई।