उत्तराखंड राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है…. जिसको लेकर निदेशालय पशुपालन विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है। पिछली बार चार धाम यात्रा में घोड़े खच्चरों की मौत का आंकड़ा सामने आया था इस प्रकार की अनहोनी ना हो इसको लेकर विभाग ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है।
पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डॉ पीएस भंडारी ने कहा चार धाम मार्गों पर डॉक्टरों की टीम लगा दी गई है। मार्गो पर जगह-जगह कैंप लगा दिए गए हैं। लगातार घोड़े खच्चरों की जांच करी जा रही है ताकि उनमें किसी प्रकार का कोई संक्रमण न हो। घोड़े खच्चरों का मेडिकल पंजीकरण भी किया जा रहा है।… इसके साथ ही उनके गिलेण्डर की जांच भी करी जा रही है।…. तभी उनको चार धाम यात्रा में अनुमति भी दी जाती है। उन्होंने कहा पैदल चलने वालों श्रद्धालुओं को रास्ते में किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसको लेकर हमने अस्ववंशी की संख्या निर्धारित की है। घोड़े खच्चर के मालिक केवल दो ही घोड़े खच्चर पैदल मार्गों पर निर्धारित करेंगे।