रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही ऊर्जा निगम की छापेमारी कार्रवाई के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (रोड़) के सैंकड़ों किसानों ने ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर पहुंचकर धरना दिया. इस दौरान भाकियू नेताओं की ऊर्जा निगम के अधिकारियों के साथ जमकर नोकझोंक और कहासुनी भी हुई. किनासों ने कार्यालय पर जमकर हंगामा भी किया.
11 दिसंबर बुधवार को सैंकड़ों की संख्या में भाकियू रोड़ के किसान रुड़की में बोट क्लब स्थित ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान कुछ किसान नेता अपनी मांगों को लेकर अधीक्षण अभियंता अमित कुमार के कार्यालय में पहुंचे, जहां पर किसानों की उनके साथ जमकर नोकझोंक और कहासुनी हो गई. हालांकि, काफी देर चले हंगामे के बाद मामला शांत हुआ.
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन (रोड़) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पदम सिंह रोड़ ने आरोप लगाया कि ऊर्जा निगम के अधिकारी आए दिन भोले-भाले किसान और मजदूरों के खिलाफ झूठे बिजली के केस दर्ज करा रहे हैं. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाने वाले मीटर रीडर भी मीटर को लेकर धन उगाही में लगे हुए हैं. वहीं किसानों का आरोप था कि जेई भी अपनी ड्यूटी के प्रति गंभीर नहीं हैं.
वहीं, ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता अमित कुमार ने कहा कि बिजली चोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने साफतौर पर कहा, लाखों के बिल बकाया पर बिजली के कनेक्शन काट दिए जाएंगे. विभाग बकाया बिलों को लेकर बेहद सख्त है. उसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अमित कुमार का कहना है कि विद्युत विभाग की टीम पहले गांव-गांव जाकर एक बार बिजली चोरी को लेकर चेताएगी. अगर फिर भी कोई बाज नहीं आया तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. इसके बाद ऊर्जा निगम के अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद भारतीय किसान यूनियन के सभी कार्यकर्ता वापस लौट गए.