रुड़की – (आईआईटी रुड़की) ने युवा संगम के पांचवें चरण के लिए ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) पहल के अंतर्गत देश के विभिन्न क्षेत्रों के युवाओं के बीच अंतर-सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद कुलगीत का भावपूर्ण गायन किया गया। इसके साथ ही भारतीय संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला का आरंभ हुआ। नोडल अधिकारी प्रो. एम.वी. सुनील कृष्ण ने युवा संगम पहल का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें एकता और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने में इसके योगदान को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम में छात्र कल्याण कुलशासक (डीओएसडब्लू) प्रो. बरजीव त्यागी ने युवाओं की राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर जोर दिया और कहा कि युवा संगम छात्रों को विविधता को अपनाने और देशभर में एकता की भावना को मजबूत करने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने भी सांस्कृतिक आदान-प्रदान और युवा सशक्तिकरण के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों से झारखंड में उत्तराखंड की संस्कृति को प्रदर्शित करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और राष्ट्रगान के साथ हुआ। युवा संगम ने भारत के युवाओं में सांस्कृतिक एकीकरण और एकता की भावना को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।