आईआईटी रुड़की ने 26 जनवरी 2025 को 76वें गणतंत्र दिवस का आयोजन बड़े धूमधाम से किया, जिसमें संस्थान की 178 साल पुरानी गौरवमयी विरासत की पुष्टि हुई। इस समारोह की शुरुआत निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत और अन्य प्रमुख व्यक्तियों द्वारा ध्वजारोहण से हुई। इसके बाद सुरक्षा कर्मचारियों और एनसीसी कैडेटों ने सैनिक सलामी दी, और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।
अपने संबोधन में प्रो. पंत ने संस्थान की प्रमुख भूमिका पर जोर दिया, और कहा कि आईआईटी रुड़की नवाचार, अनुसंधान और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस गणतंत्र दिवस पर संस्थान ने अपने उद्देश्यों को पुनः प्रमाणित किया है, जिसमें अनुसंधान, स्थिरता, और भविष्य के नेताओं को सशक्त करना शामिल है।
इस अवसर पर, एबीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, अनुश्रुति एकेडमी फॉर द डेफ और आईआईटी रुड़की कल्चरल सोसाइटी के छात्रों द्वारा भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने वाले जीवंत प्रदर्शन किए गए। इन प्रस्तुतियों ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और युवा पीढ़ी की रचनात्मकता का बखूबी प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार और प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। साथ ही, स्वच्छता और स्थिरता से जुड़ी पहलों के लिए भी पुरस्कार दिए गए। समारोह का समापन राष्ट्रगान और सामूहिक जयकारे के साथ हुआ, जिससे उपस्थित लोग प्रेरित और गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।