देहरादून: भारत-पाक युद्ध में अमेरिका की तरफ से युद्ध विराम की घोषणा से कांग्रेस पार्टी नाराज है. युद्ध विराम के अमेरिकी हस्तक्षेप पर कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की याद दिलाई और कहा कि अमेरिका ने स्वयंभू सरपंच बनकर जिस तरह से भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान किया है, उससे 140 करोड़ भारतवासियों के मन को ठेस पहुंची है.
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि, संकट की जो घड़ी बीती है. उस घड़ी में पूरे देश का सारा विपक्ष और देश की 140 करोड़ जनता सरकार और देश की सेवा के पीछे खड़ी रही. किंतु अब जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है, तब पूरा देश सरकार से कुछ जवाब चाहता है. जिसके लिए संसद ही उचित प्लेटफॉर्म है.
उन्होंने कहा कि भारत की हमेशा यह नीति रही है कि आतंकवाद खत्म हुए बिना भारत, पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं करेगा. इसके अलावा भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा द्विपक्षीय बातचीत होगी. जबकि तीसरा कोई पक्ष नहीं रहेगा. लेकिन आज पूरा देश हैरान है कि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध के सीजफायर का ऐलान अमेरिका के राष्ट्रपति ने किया है.
धस्माना ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी युद्ध की स्थितियां बनती है तो लोग 1971 की जंग को जरूर याद करते हैं. भारत और पाक के बीच जब भी युद्ध हुआ तो हमेशा भारत-पाकिस्तान पर हावी रहा है. लेकिन 1971 के युद्ध की विशेष तौर पर चर्चा होती है. लेकिन शनिवार शाम जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया में ट्वीट करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है. उसके बाद से लेकर अभी तक देश और दुनिया में सबसे ज्यादा सोशल मीडिया में स्वर्गीय इंदिरा गांधी ट्रेंड कर रही हैं.
लोग 1971 के युद्ध को लेकर इंदिरा गांधी के शौर्य को याद करते हुए वर्तमान सरकार की मजम्मत कर रहे हैं. लेकिन जिस प्रकार से भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम को लेकर अमेरिका ने स्वयंभू सरपंच बनकर हस्तक्षेप किया है, उससे 140 करोड़ भारत वासियों के मन को गहरी ठेस पहुंची है.